आप इस बात को अच्छी तरह से जानते है की एक स्वस्थ जीवन शैली बनाये रखने से, आपके पूरे स्वस्थ पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके लिए आपको अच्छी तरह से खाना, रोज़ाना कसरत करना और रासायनिक वस्तुएँ के सेवन से परहेज करना जरूरी है। इसका क्या कभी आप ने ये महसूस किया है, की इन सभी चीज़ों को करने के क्या फायदे होंगें ?अगर आप एक सम्पूर्ण खुराक लेते हैं तो निश्चित रूप से ये आप को अनचाही बीमारियों से दूर रखेगा। आप ने शायद सुना होगा की एक ख़राब जीवन शैली आप के शरीर को प्रभावित करती है। लेकिन क्या आप ये जानते हैं, की ये आप के स्पर्म / शुक्राणु की गुणवत्ता को भी प्रभावित करता है ? निश्चित रूप से ऐसा होता है। कैसे एक स्वस्थ जीवन शैली आप के स्पर्म / शुक्राणु की गुणवत्ता को बढ़ता है ? आइये जानते हैं
स्वस्थ वजन
अधिक वज़न का होना या काम वज़न का होना एक हद तक स्पर्म / शुक्राणु की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है। इसलिए आप एक अच्छी खुराक लें जिसमें फल , प्रोटीन , सब्ज़ियां , अनाज और डेयरी के उत्पाद शामिल हों। इसके अलावा आप कुछ समय व्यायाम भी करें। इससे आपका शरीरी स्वस्थ रहेगा और साथ ही साथ स्पर्म / शुक्राणु की गुणवत्ता भी अच्छी होगी।
जिंक युक्त खाना
जिंक पुरुष की प्रजनन क्षमता / फर्टिलिटी के लिए एक आवश्यक खनिज है। एक आदमी के शरीर में मौजूद जिंक की मात्रा स्पर्म / शुक्राणु के आकार, गतिशीलता, और उसकी संख्या को प्रभावित करता है। इसलिए,आपके आहार में उन सभी खाद्य पदार्थों को शामिल होना चाहिए, जिसमें ज़िंक की मात्रा अधिक हो।
अमीनो अम्ल
एमिनो अम्ल प्रोटीन का निर्माण करता है और प्रोटीन स्वस्थ स्पर्म / शुक्राणुओं के लिए आवश्यक हैं। बेशक, आप कुछ खाद्य वस्तुओं के माध्यम से अमीनो अम्ल का उपभोग कर सकते हैं। लेकिन , सभी प्रकार के भोजन आप को हर प्रकार का अमीनो अम्ल नहीं उपलब्ध करता है । इसलिए, आप अपने आहार मे सप्लीमेंट्स शामिल कर सकतें हैं।
रात में अच्छी नींद लें
डिप्रैशन और अन्य पुरानी बीमारियों से बचाव के लिए नींद एक अच्छी दवा मानी जाती है। हालही में हुए एक अध्ययन में पता चला है कि जो पुरुष ठीक से सो नहीं पाते हैं या उनकी नींद किसी वजह से प्रभवित होती है। तो उनके स्पर्म / शुक्राणुओं की संख्या कम होती है । इसलिए आप को स्पर्म / शुक्रणुओं की अच्छी संख्या और आकार के लिए एक अच्छी नींद लेना बहुत ज़रूरी है।
योग
केवल प्रजननं / फर्टिलिटी की समस्या के लिए ही नहीं बल्कि योग हर समस्या के लिए फायदेमंद है। ये आपके मन, शरीर और आत्मा को आराम देता है। तनाव स्पर्म / शुक्राणु की गुणवत्ता पर बुरा प्रभाव भी डालता है। वहीँ योग आप के जीवन से तनाव को दूर ले जाता है। यह प्रजननीय ग्रंथि को बेहतर बनाता है और बच्चे पैदा करने की उम्र को भी बढ़ता है।
तो आप अपने जीवन में इन स्वस्थ क़दमों को अपनाकर , स्वस्थ स्पर्म / शुक्राणु हासिल कर सकते हैं। स्पर्म / शुक्राणु की गुणवत्ता और स्पर्म / शुक्राणुओं की संख्या में सुधार लाने के लिए मैनस्योर एक बहुत ही अच्छा सप्लीमेंट् है, जिसमें प्राकृतिक सामग्री शामिल है। मेडिकली ये साबित हो चुका है की मैनस्योर में मौजूद प्राकृतिक सामग्री और पौधों के अर्क स्पर्म / शुक्राणुओं की संख्या, उनकी गुणवत्ता और उसकी गतिशीलता बढ़ाने में मददगार होते हैं। मैनस्योर स्वस्थ टेस्टोस्टेरोन उत्पादन को बढ़ावा देने और पुरुष प्रजनन क्षमता / फर्टिलिटी को बढ़ाने में मदद करता है। मैनस्योर एक प्राकृतिक कामोद्दीपक औषधि के रूप में काम करता है। मैनस्योर में मौजूद सामग्री स्पर्म / शुक्राणु की गुणवत्ता और उसके उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करता है।
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